TL;DR Bitcoin Core ने 5 मई 2025 को 80-byte OP_RETURN लिमिट हटाने की घोषणा की, जिससे Bitcoin की डेटा कैपेबिलिटीज को बड़ा विस्तार मिला।
ZetaChain ने Taproot और inscriptions का इस्तेमाल करते हुए एक इनोवेटिव सॉल्यूशन पेश किया जो cross-chain instructions को सीधे Bitcoin ट्रांज़ैक्शन्स में embed करता है, बिना किसी wrapping या bridging के।
इसका पहला यूज़ केस है bitUSD ZetaChain पर बना एक native BTC backed stablecoin जो सभी connected chains पर काम करता है।
ZetaChain अब native BTC को broader DeFi ऐप्स के इकोसिस्टम में seamlessly लाने में सक्षम है।
ZetaChain में हमारा मिशन है एक ऐसा Universal Blockchain बनाना जो किसी भी ब्लॉकचेन तक नेटिव एक्सेस दे ताकि क्रिप्टो उतना ही accessible, diverse और connected बन सके जितना इंटरनेट। मई में, Bitcoin Core ने OP_RETURN की 80-byte लिमिट को हटा दिया जो Bitcoin के लिए onchain functionality और cross chain interoperability की दिशा में एक बड़ा मोड़ है।
जहाँ ये बदलाव कई नए रास्ते खोलता है, वहीं ZetaChain इससे भी आगे जाकर native BTC transactions को cross chain logic ट्रिगर करने में सक्षम बनाता है वो भी बिना किसी wrapping या bridging के। जैसे जैसे Bitcoin की क्षमताएं बढ़ रही हैं, ZetaChain उस foundational infrastructure को उपलब्ध कराता है जो इसे बाकी crypto इकोसिस्टम से native और secure तरीके से जोड़ता है।
2014 में Bitcoin में OP_RETURN फीचर जोड़ा गया था ताकि ट्रांज़ैक्शंस में हैश, टाइमस्टैम्प या कोई छोटा मैसेज जैसे arbitrary data को शामिल किया जा सके। Bitcoin को lean और misuse से बचाने के लिए Bitcoin Core (जो कि Bitcoin को रन करने वाला ऑफिशियल ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर है) ने शुरुआत में इस डेटा को सिर्फ 40 bytes तक सीमित रखा था, जिसे बाद में बढ़ाकर 80 bytes कर दिया गया।
हालाँकि ये कोई consensus rule नहीं था, लेकिन यही लिमिट Bitcoin Core पर आधारित ज़्यादातर नोड्स और टूल्स के लिए एक प्रैक्टिकल स्टैंडर्ड बन गई। अप्रैल 2025 में, शुरुआती Bitcoin contributor Peter Todd ने इस लिमिट को पूरी तरह हटाने का प्रस्ताव रखा। सपोर्टर्स का कहना था कि Bitcoin पर arbitrary डेटा स्टोर होना तय है, और OP_RETURN इसके लिए सबसे सेफ़ और क्लीन तरीका है। लिमिट बनाए रखने से डेवेलपर्स रिस्की विकल्पों की तरफ चले जाते हैं। वहीं, Bitcoin Core डेवेलपर Luke Dashjr जैसे विरोधियों ने चिंता जताई कि ये बदलाव स्पैम को बढ़ावा दे सकता है और Bitcoin के “money first” मकसद को कमजोर कर सकता है। ये बहस इस बात को दर्शाती है कि Bitcoin की core वैल्यू को बनाए रखना ज़्यादा ज़रूरी है या उसकी functionality को बढ़ाना। फिर 5 मई 2025 को, Bitcoin डेवेलपर Greg Sanders ने घोषणा की कि अगली Bitcoin Core रिलीज़ में यह बदलाव लागू हो जाएगा। अब नोड्स डिफ़ॉल्ट रूप से 80 bytes से बड़े OP_RETURN आउटपुट्स को relay और mine करेंगे और एक ही ट्रांज़ैक्शन में कई OP_RETURN आउटपुट्स की भी इजाजत होगी।
अब जब Bitcoin Core ने OP_RETURN की byte limit को ऑफिशियली हटा दिया है, तो Bitcoin ट्रांज़ैक्शंस में डेटा के ज़रिए और भी ज़्यादा संभावनाएं खुल चुकी हैं। लेकिन इस अपग्रेड से पहले भी, ZetaChain ने Bitcoin के नए स्क्रिप्ट सिस्टम का इस्तेमाल करके इन लिमिटेशंस को बायपास कर लिया था।
उदाहरण के लिए, 2024 में ZetaChain और bitSmiley ने एक नया प्रोटोकॉल लेयर पेश किया था, जो Bitcoin की डेटा carrying क्षमता को काफी बढ़ा देता है। Taproot अपग्रेड (2021) के हिस्से Tapscript और inscriptions की मदद से, एक Bitcoin ट्रांज़ैक्शन में OP_RETURN से कहीं ज़्यादा जानकारी डाली जा सकती है। ZetaChain और bitSmiley OP_RETURN के लिमिटेड फील्ड पर निर्भर नहीं रहते बल्कि Taproot के witness data में cross chain instructions जैसे डिटेल्स डालते हैं, जैसे कि रिसीवर का EVM address और ट्रांज़ैक्शन metadata और ये सब सीधे Bitcoin ट्रांज़ैक्शन के अंदर।
इससे एक seamless, Bitcoin native interoperability layer बनता है। एक ही Bitcoin ट्रांज़ैक्शन ZetaChain या किसी भी जुड़े हुए EVM चेन (और भविष्य में Solana जैसे nonEVMs) पर actions trigger कर सकता है बिना किसी wrapped tokens या bridges की ज़रूरत के। ये तरीका Bitcoin की नई scripting power को smart तरीके से यूज़ करके एक सिंपल, one click UX देता है। और इससे ये भी साबित होता है कि Bitcoin अपनी core philosophy को minimal और secure बनाए रखते हुए भी, thoughtfully designed protocols के ज़रिए advanced use cases को सपोर्ट कर सकता है।
अब जब Bitcoin Core ने OP_RETURN की byte limit को ऑफिशियली हटा दिया है, तो Bitcoin ट्रांज़ैक्शंस में डेटा के ज़रिए और भी ज़्यादा संभावनाएं खुल चुकी हैं। लेकिन इस अपग्रेड से पहले भी, ZetaChain ने Bitcoin के नए स्क्रिप्ट सिस्टम का इस्तेमाल करके इन लिमिटेशंस को बायपास कर लिया था।
उदाहरण के लिए, 2024 में ZetaChain और bitSmiley ने एक नया प्रोटोकॉल लेयर पेश किया था, जो Bitcoin की डेटा-carrying क्षमता को काफी बढ़ा देता है। Taproot अपग्रेड (2021) के हिस्से Tapscript और inscriptions की मदद से, एक Bitcoin ट्रांज़ैक्शन में OP_RETURN से कहीं ज़्यादा जानकारी डाली जा सकती है। ZetaChain और bitSmiley OP_RETURN के लिमिटेड फील्ड पर निर्भर नहीं रहते बल्कि Taproot के witness data में cross-chain instructions जैसे डिटेल्स डालते हैं, जैसे कि रिसीवर का EVM address और ट्रांज़ैक्शन metadata और ये सब सीधे Bitcoin ट्रांज़ैक्शन के अंदर।
इससे एक seamless, Bitcoin-native interoperability layer बनता है। एक ही Bitcoin ट्रांज़ैक्शन ZetaChain या किसी भी जुड़े हुए EVM चेन (और भविष्य में Solana जैसे non-EVMs) पर actions trigger कर सकता है बिना किसी wrapped tokens या bridges की ज़रूरत के। ये तरीका Bitcoin की नई scripting power को smart तरीके से यूज़ करके एक सिंपल, one-click UX देता है।
और इससे ये भी साबित होता है कि Bitcoin अपनी core philosophy को minimal और secure बनाए रखते हुए भी, thoughtfully designed protocols के ज़रिए advanced use cases को सपोर्ट कर सकता है।